नई दिल्ली।
साइबर डोमेन के खतरों से हमें सावधान रहने की जरूरत है, एआई और डीपफेक जैसी नई तकनीकी का दुरुपयोग का खतरा बढने लगा है। नई तकनीकी हर क्षेत्र में कारगार साबित होती हैं देश के विकास में नई नई तकनीकियों का अहम योगदान होता है, लेकिन कई बार इसका गलत इस्तेमाल भी होता है जो लोगों के लिए परेशानी का सबब भी बन जाता है। हाल के दिनों में डीपफेक एआई इसका बड़ा उदाहरण है, जिसका लगातार गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी जद में बड़े बड़े लोग आ चुके हैं।
एक इवेंट में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि साइबर डोमेन से उत्पन्न होने वाले खतरों से सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा जब हम सुरक्षा के बारे में सोचते हैं तो ये सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा और आतंकवाद से सुरक्षा नहीं हैं बल्कि आम दिनचर्या में भी सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। जो इन दिनों लगातार खतरा बढ़ रहा है और ये बेहद संवेदनशील है।
इवेंट में जयशंकर से पूछा गया कि क्या भारत एक निगरानी राज्य बनता जा रहा है क्यों कि भारत के आम लोगों की सुरक्षा लगातार खतरे में पड़ रही है और ये मामले पिछले कुछ दिनों में काफी बढ़े हैं। इसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि ये एक बड़ी समस्या है ये सिर्फ निगरानी का सवाल नहीं है।