खालिस्तानी आतंकवादियों से केजरीवाल ने 133 करोड़ रुपए लिए और 1993 के दिल्ली बम धमाकों के लिए दिल्ली की जेल बंद आतंकी भुल्लर की रिहाई का वादा किया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल ही में ये खुलासा किया है जिससे केजरीवाल की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं।
पन्नू ने सिर्फ केजरीवाल के खालिस्तानी आतंकियों से रुपये लेने का ही नहीं, बल्कि एक और चौंका देने वाला खुलासा किया है। पन्नू ने बताया कि 2014 में अमेरिका के न्यूयॉर्क में खालिस्तानी आतंकियों से मुलाकात की थी और आतंकी देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर की रिहाई का वादा किया था।
ध्यान देने वाली बात है कि केजरीवाल ने भारत में हुए 2020-21 किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मांगों को जायज़ बताते हुए केंद्र सरकार का विरोध और किसानों का समर्थन किया था। इस किसान आंदोलन में भारत के खिलाफ दुनियाभर में नफरत फैलाने का काम किया गया था और खालिस्तानियों ने जमकर इसके लिए फंडिंग भी की थी। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इस दौरान खालिस्तानियों के कहने पर ही केजरीवाल ने किसान आंदोलन का समर्थन किया था।
2022 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल करते हुए 117 में से 92 सीटें अपने नाम की थी। पंजाब में कई खालिस्तान समर्थक एक्टिव हैं। देश से बाहर रह रहे खालिस्तानियों का भी पंजाब से कनेक्शन है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के आने के बाद से ही पंजाब के साथ ही कुछ अन्य देशों में भी खालिस्तानी गतिविधियाँ बढ़ गई हैं। ऐसे में इस पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत के पीछे खालिस्तानियों के समर्थन की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।