भीषण गर्मी से बचाव के लिए डीडीएमए ने जारी किए दिशा निर्देश

नई दिल्ली।

भीषण गर्मी से बचाव के लिए डीडीएमए ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने दिल्ली वासियों को लू से बचने की सलाह दी है। क्योंकि इसके कारण शारीरिक तनाव हो सकता है, जिसके परिणाम स्वरूप मृत्यु भी हो सकती है।

से त्वचा, जोड़ों और गुर्दे सहित अन्य अंगों पर असर पड़ता है। तापमान बढ़ने पर कई लोगों को बार-बार बुखार आता है। यह ल्यूपस नाम की ऑटो इम्यून बीमारी है। गर्मी में अभी तक ल्यूपस के 10 मामले सामने आए हैं। इस बीमारी में शरीर का इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है। चिकित्सकों का कहना है कि महिलाएं इससे ज्यादा बीमार होती हैं। खासकर 18-45 वर्ष की मां बनने की उम्र में।

गर्मी के भयानक रूप को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए हैं जिससे लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।

दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें।
-भले ही प्यास न लगी हो, लेकिन बार-बार पर्याप्त पानी पियें।
-हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें।
-बाहर जाते समय चश्मा, छाता, टोपी, जूते का प्रयोग करें।
-जब बाहर का तापमान अधिक हो तो बाहर का काम करने से बचें।
-यात्रा करते समय अपने साथ पानी जरूर रखें।
-शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय का सेवन न करें। ।
-उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न खाएं।
-अपने सिर, गर्दन, चेहरे और अंगों पर नम कपड़े का भी उपयोग करें।
-पार्क किए गए वाहनों में बच्चे या पालतू जानवरों को न छोड़ें।
-चक्कर आने पर या बीमार महसूस करने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
-ओआरएस, घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें।
-जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।
-घर को ठंडा रखें, पर्दे, शटर या सनशेड का उपयोग करें और रात में खिड़कियां खुली रखें।
-रात को गीले कपड़े पहनें और बार-बार ठंडे पानी से स्नान करें।

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