परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई दोनों साधन सुरक्षित और कारगर ( बच्चे दो ही अच्छे)

 

– जिले के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र समेत सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है अस्थाई साधन की व्यवस्था
– जिले में 14 सितंबर तक चल रहा है सघन दम्पत्ति संपर्क पखवाड़ा

लखीसराय।

परिवार नियोजन योजना में शामिल दोनों साधन (स्थाई और अस्थाई) पूरी तरह सुरक्षित, काफी कारगर व प्रभावी है। इसलिए, सुविधानुसार दोनों में से कोई भी साधन को बेहिचक अपना सकते हैं। खासकर ऐसे महिला, जो परिवार नियोजन के स्थाई साधन को अपनाने के लिए तैयार और इच्छुक है। किन्तु, उसका शरीर ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं है, वह बेहिचक अस्थाई साधन अपना सकती हैं। अस्थाई साधन भी स्थाई साधन की तरह ना केवल कारगर है बल्कि, काफी सुरक्षित और प्रभावी भी है। इसलिए, परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए इच्छुक और योग्य महिलाएँ दोनों में से कोई भी साधन को अपना सकती हैं।

– उप स्वास्थ्य केंद्र समेत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है अस्थाई साधन की व्यवस्था :
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया, परिवार नियोजन के दोनों साधन पूरी तरह सुरक्षित और काफी प्रभावी हैं । इसलिए, इच्छुक और योग्य महिलाएँ बेहिचक किसी भी साधन को अपना सकती हैं।
डॉ भारती ने बताया की जिले में अभी परिवार नियोजन को लेकर सघन दम्पति संपर्क पखवाड़ा चल रह है जो 2 सितंबर से 14 सितंबर तक चलेगा । .उसके उपरांत 17 सितंबर से 30 तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा ।
उन्होंने बताया की जिले के सभी स्वास्थ्य उप केंद्र से लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अस्थाई साधन की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है।
सभी HWC पर अंतरा इंजेक्शन उपलब्ध है ,जबकि पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल में दोनों (स्थाई और अस्थाई) साधन उपलब्ध हैं । इसलिए, जो भी योग्य और सक्षम इच्छुक लाभार्थी अस्थाई साधन को अपनाना चाहते हैं, वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान ( आरोग्य दिवस , HWC/HSC, APHC, PHC/DH) जाकर उपलब्ध सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, उन्होंने बताया, इसको लेकर संबंधित क्षेत्र की एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा योग्य और इच्छुक लाभार्थियों को जागरूक भी किया जा रहा है और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सुविधा की जानकारी देकर लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया जाता है।

– गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन साधन को अपनाना बेहद जरूरी :
समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। क्योंकि, हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। वहीं, उन्होंने बताया, इसको लेकर सरकार द्वारा तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक भी किया जाता है।

परिवार नियोजन की स्थाई साधन अपनाने वाली लाभार्थियों को सरकार द्वारा दी जाती है प्रोत्साहन राशि :
परिवार नियोजन की स्थाई साधन अपनाने वाली लाभार्थियों को सरकार द्वारा ना सिर्फ सभी प्रकार की मुफ्त सुविधा की व्यवस्था की गई बल्कि, प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। जिसमें प्रसव के उपरांत एक सप्ताह के अंदर स्थाई साधन को अपनाने पर तीन हजार एवं इसके बाद अपनाने पर दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जबकि, पुरुष नसबंदी कराने पर तीन हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है एवम PPIUCD/PAIUCD लगाने पर लाभार्थी को 300 और अंतरा लेने पर 100 रुपया प्रोत्साहन राशि का प्रावधान है।

क्या है स्थाई और अस्थाई साधन के उपाय :
परिवार नियोजन के दो साधन हैं। पहला स्थाई और दूसरा अस्थाई। स्थाई साधन में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा पीएचसी स्तर से लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है। जबकि, अस्थाई साधन के रूप में छाया, माला N, अंतरा, काॅपर- टी एवं कंडोम, की सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा की स्वास्थ्य उप केंद्र स्तर पर भी पर व्यवस्था की गई है। जहाँ योग्य और इच्छुक लाभार्थी जाकर सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

सभी इच्छुक लाभार्थी परिवार नियोजन संबंधी जानकारी हेतु सभी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते है एवम 17 सितंबर को स्वास्थ्य मेला सभी PHC/ CHC एवम जिला अस्पताल पर जाकर भागीदारी सुनिश्चित करे एवम जानकारी प्राप्त करें, प्रत्येक महीने 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन एवम प्रत्येक दिन परिवार नियोजन काउंसलर/ स्टॉफ नर्स द्वारा सभी प्रखंड एवम जिला पर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते है।

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