जिले के 3556 आगनवाड़ी केंद्र पीएमएमवीवाई योजना के तहत हैं अधिकृत
बेगूसराय , 8 मई: जिले में समेकित बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा पीएमएमवीवाइ योजना को लेकर पंजीकरण कराने का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत प्रथम बार माँ बनने वाली महिलाओं को 5000 रुपये की सहायता राशि दी जाती है. इस योजना के लिए कुल 3556 आंगनबाड़ी केंद्र चुने गये हैं. इन केंद्रों की आंगनबाड़ी सेविका घर घर जाकर ऐसी गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करने का काम कर रही हैं जिन्हें योजना का लाभ दिया जाना है. इसके साथ ही वे कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी भी उनके परिवारों को दे रही हैं.
46000 से अधिक परिवार को मिलेगा लाभ:
जिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रचना सिन्हा ने बताया की समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए आंगनबाड़ी सेविका घर घर जा पंजीकरण का काम कर रही हैं. उन्होंने बताया जिले में पंजीकरण के लिए 46,984 परिवार को चिन्हित किया गया है. इसमें कुल 30682 परिवार का पंजीकरण हो चुका है. कोरोना के समय सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करते हुए यह काम किया जा रहा है. आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकरण नहीं कर सेविका चिन्हित परिवारों के घर जाकर पंजीकरण करने का काम कर रही हैं. योजना के माध्यम से शत-प्रतिशत लाभुकों को पीएमएमवीवाई एवं कन्या उत्थान योजना का लाभ दिलाने के लिए सीडीपीओ एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देशित किया गया है. इसके लिए चिन्हित आंगनवाड़ी क्षेत्र में प्रथम बार माँ बनने वाली महिलाओं एवं 0 से 2 वर्ष की कन्या शिशुओं की सूची उपलब्ध करायी जा रही है. साथ ही योजना का लाभ दिलाने के लिए आंगनवाड़ी सेविकाओं को चिन्हित लाभुकों के आवेदनों को भर कर जरुरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, जन्म प्रमाण-पत्र, बैंक खाता पासबुक एवं एमसीपी यानी मदर एवं चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड की छाया प्रति को भी जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.
क्या है योजना: संस्थागत प्रसव में इजाफ़ा एवं गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की गयी है. इस योजना के तहत प्रथम बार माँ बनने वाली माताओं को 5000 रुपये की सहायक धनराशि दी जाती है जो सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में पहुँचती है. इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को तीन किस्तों में दिया जाता है. पहली क़िस्त 1000 रुपये की तब दी जाती है जब गर्भवती महिला अपना पंजीकरण कराती है. दूसरी किस्त में 2000 रुपये गर्भवती महिला को छः माह बाद होने प्रसव पूर्व जाँच के उपरान्त दी जाती है. तीसरी और अंतिम किश्त में 2000 रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने के बाद दिया जाता है