पोषण परामर्श केंद्र से मिलेगा कुपोषण को मात देने का मंत्र

– जिला महिला हेल्पलाइन सेंटर के परिसर में पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना
– डीएम ने किया लोगों को पोषण के प्रति जागरुक, कहा परामर्श केंद्र से दूर होगा कुपोषण

लखीसराय, 09 सितम्बर
अब पोषण परामर्श केंद्र से कुपोषण को मात देने का मंत्र मिलेगा। यहां से फोन पर भी पोषण से संबंधित जानकारी लेकर लोग कुपोषण का खात्मा कर सकते हैं। बुधवार को जिला महिला हेल्प लाइन सेंटर के प्रांगण में जिला पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना डीएम संजय कुमार सिंह के हाथों की गई। इस दौरान आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपम सिंह सहित जिले के विभिन्न बाल विकास परियोजना कार्यालय की सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।

– जन-जन तक पहुंचाएंगे पोषण का संदेश
पोषण माह को सफल बनाने के लिए जन-जन तक कुपोषण के खात्मे का संदेश पहुंचाया जाएगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर से हर आवश्यक पहल की जा रही है। मिशन सिर्फ हर हाल में पोषण माह को सफल बनाने का है। इसके लिए बुधवार को जिला महिला हेल्प लाइन सेंटर के प्रांगण में जिला पोषण परामर्श केंद्र का स्थापना के बाद डीएम ने लोगों को जागरुक करते हुए कहा कि कुपोषण को मात देने का संदेश जन-जन तक पहुंचे।

– पोषण जागरुकता से कुपोषण को मात देने का संकल्प
कार्यक्रम में मौजूद पदाधिकारियों व कर्मियों ने लिया संकल्प लिया कि वह लोगों को जागरुक कर कुपोषण को मात देने का अभियान चलाएंगे। पदाधिकारियों व कर्मियों ने शपथ लिया और कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण का भी संदेश दिया है, साथ ही समाज के हर लोगों को जागरूक करने के लिए आवश्यक योजना बनाई।

– प्रखंड स्तर पर होगा पोषण परामर्श केंद्र
पोषण माह की सफलता को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तर पर भी पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की जाएगी, जिसमें रामगढ़ चौक और सूर्यगढ़ा में हो चुका है। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि पोषण माह की सफलता ही कुपोषणमुक्त समाज निर्माण का प्रतीक है। इसलिए पोषण संदेश को जन-जन तक पहुंचाने और लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। जब समाज के हर तबके के लोग जागरूक होंगे तभी पोषण माह सफल होगा। जब लोग स्वस्थ रहेंगे तभी उनकी सोच स्वस्थ होगी। इसलिए बेहतर समाज के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि हमारी इस पीढ़ी को अच्छा पोषण मिले और वह सुरक्षित रहे। सभी माताओं का यह दायित्व है कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए साफ सफाई पर ध्यान दें। नियमित रूप से खाने से पहले व खाने के बाद अच्छी तरह से हाथ धोएं, शौचालय जाने के बाद हाथ पैर अच्छी तरह से धोया जाए। कुपोषण की समस्या तभी दूर हो सकती है जब बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा।

– सही पोषण से ही बच्चों का मानिसक विकास
आईसीडीएस की जिला प्रोग्राम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा ने कहा कि उचित पोषण से ही बच्चों के शरीर का सर्वांगीण विकास होतस है। इसलिए बच्चों के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए उचित पोषण की बेहद आवश्यक होती है। इससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बच्चों का स्वास्थ्य भी काफी बेहतर रहता है।

– जागरूकता के लिए चलाया जा रहा अभियान
पोषण माह को सफल बनाने के लिए ऑटो, ई रिक्सा समेत अन्य वाहनों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान समाज के हर लोगों तक पोषण का संदेश पहुंचाया जा रहा है, ताकि कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण हो सके। वर्ष 2020 राष्ट्रीय पोषण माह का थीम “किचन गार्डेन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर तीव्र कुपोषण (सैम) और वृक्षारोपण के साथ बच्चों की पहचान और ट्रैकिंग रखी गई है।

– शहर से लेकर गांव तक होगा कार्यक्रम
सही पोषण की जानकारी हर घर तक पहुंचे इसके लिए जिला मुख्यालय से लेकर गांव स्तर पर पूरे माह तरह-तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें घर-घर क्यारी, पोषण थाली अभियान का शुभारंभ सह पौधा रोपण, जननी सेवा, गोदभराई दिवस, पोषण नारों का दीवार लेखन के साथ-साथ ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (भीएचएसएनडी) का आयोजन किया जाना है। दूसरे सप्ताह में भी इन गतिविधियों के अलावा बच्चों के प्रति उत्तरदायी व्यवहार के लिए ‘सजग’ कार्यक्रम, तीसरे सप्ताह में शिशु देखभाल, अन्नप्राशन दिवस एवं चौथे व पांचवे सप्ताह में निगरानी द्वारा अतिकुपोषित बच्चों की पहचान, 3-6 वर्ष के बच्चों के साथ केंद्र में चित्रांकन प्रतियोगिता का संचालन जैसे कार्यक्रमों का संचालन कराया जाएगा।

– मिलेगा सहयोग, पूरा होगा अभियान
पोषण माह के सफल संचालन के लिए समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) विभाग को अन्य विभागों व लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, जीविका, पीएचईडी इत्यादि के साथ-साथ राष्ट्रीय पोषण अभियान के लिए जिला में कार्यरत जिला समन्वयक, जिला परियोजना सहायक, स्वास्थ्य भारत प्रेरक, पिरामल फाउंडेशन, केयर इंडिया व यूनिसेफ द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है।

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