जब तक नहीं निकलती कोरोना की दवाई, तब तक नहीं करें ढिलाई

घर या बाहर निकलने के दौरान कोविड 19 सुरक्षा मानकों का करें पालन

व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी का रखें

बांका, 8 अक्टूबर

कोरोना की दवाई अभी तक नहीं आई है. अब तक इसकी वैक्सीन भी तैयार नहीं की जा सकी है. ऐसे में कोरोना के प्रति सजग रहना जरूरी है. कोरोना कॉल 6 महीने से चल रहा है. अनलॉक के बाद से लोग अब पहले की तरह सामान्य दिनचर्या में लौट रहे हैं. सामान्य दिनचर्या में लौटना तो जरूरी है, लेकिन सावधानी के साथ ऐसा देखा जा रहा है कि बहुत सारे लोग सरकार द्वारा जारी कोविड 19 सुरक्षा मानकों का पालन किए बगैर ही बाहर निकल रहे हैं. बाजारों में दिख जा रहे हैं, जो कि सही नहीं है. ऐसा करना खतरनाक हो सकता है.
बांका शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि कोरोना काल 6 महीने से चल रहा है. अभी भी यह कब खत्म होगा इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. इस वजह से लोग सामान्य दिनचर्या जीने लगे है. ऐसे में सावधानी बहुत जरूरी है. लोगों को जब तक कोरोना की दवाई नहीं निकलती है तब तक उन्हें सतर्कता के साथ रहना होगा. कोरोना संक्रमण से बचाव के सारे नियमों का पालन करना बेहतर होगा.

हर 2 घंटे पर करें हाथ की सफाई: डॉ. चौधरी कहते हैं कि अपना काम करते हुए भी हर 2 घंटे पर हाथ को धोना नहीं भूलें. इसे अपनी जीवन का हिस्सा बनाएं. हाथ साफ रहने से ना सिर्फ कोरोना संक्रमण से बचाव होगा, बल्कि अन्य तरह की संक्रामक बीमारियों की चपेट में भी आने से बचेंगे. इसलिए हाथ धोना नहीं भूलें.

सही तरीके से पहने मास्क: डॉ. चौधरी कहते हैं कि जब भी घर से बाहर निकले या घर में समूह के साथ बैठकर बातचीत कर रहे हो तो मास्क पहनना नहीं भूलें. मास्क पहनने से भी ज्यादा जरूरी है मास्क को सही तरीके से पहने. अगर आप मास्क सही तरीके से नहीं पहनेंगे तो फिर उसे पहनने का कोई फायदा नहीं. बहुत सारे लोगों को देखा जा रहा है वह अपने मास्क को नाक से नीचे पहनते हैं या फिर बोलते वक्त मास्क को उतार देते हैं. ऐसा नहीं करें. पूरी तरीके से नाक तक मास्क पहने. साथ ही बातचीत के दौरान नीचे उतारने से बचें.

2 गज की दूरी का पालन करें: डॉ. चौधरी कहते हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव का सबसे अचूक हथियार है 2 गज की दूरी बनाकर रखना. शारीरिक दूरी रहने से कोरोना के संक्रमण का सबसे कम खतरा रहता है. अगर कोई व्यक्ति आपके साथ बातचीत के दौरान छींकता या खांसता भी है, तो उचित शारीरिक दूरी से संक्रमित होने से बचा जा सकता है. इससे निकलने वाला ड्रॉपलेट अधिकतम 2 गज की दूरी तक जाता है।

पान गुटखा खाकर बाहर नहीं थूके: डॉ. चौधरी कहते हैं कि वैसे तो पान और गुटका का सेवन ही नहीं करना चाहिए. यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है, लेकिन अगर आप इन सावधानियों को नजरअंदाज करते हुए इसका सेवन करते हैं तो बाहर में जहां-तहां थूकने से बचें. इससे आपका नुकसान तो हो ही रहा है, लेकिन दूसरे भी संक्रमित होने से बच जाएंगे.

नहीं करें अनदेखी, रहे संक्रमण से ऐसे सतर्क:
व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों व्यक्तियों ने मास्क पहने हों
कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

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