के. आई. एस.एस.  को उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू  ने दिया लीडरशिप अवॉर्ड

के. आई. एस.एस.  को लीडरशिप अवॉर्ड

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू  ने KIIT एवं KISS के संस्थापक प्रो. अच्युता सामंता को अवार्ड दिया

 नई दिल्ली: तरंग सवांददाता: भारत सरकार के राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग  द्वारा KISS  को लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया। नई दिल्ली में एक विशेष समारोह के दौरान KISS को यह अवार्ड प्रदान किया गया। जनजातीय मामलों  के माननीय केंद्रीय मंत्री श्री जुएल ओरांव, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के माननीय अध्यक्ष डॉ. नन्द कुमार साई, माननीय उपाध्यक्ष सुश्री अनुसुईया  उइके  तथा अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में माननीय उप -राष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू के द्वारा KIIT एवं एवं KISS  के संस्थापक प्रो. अच्युता सामंता को अवार्ड प्रदान किया गया जिसमे एक सम्मान पत्र, पदक तथा शॉल सम्मिलित है।

के. आई. एस.एस. अनुसूचित जनजाति की शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए ऐसा प्रतिष्ठित अवार्ड प्राप्त करने वाला पहला संस्थान  है।

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के द्वारा शिक्षा के माध्यम से आदिवासी समुदायों के उन्नयन  के लिए कार्य करने वाले शैक्षणिक संस्थानों, विश्वविद्यालयों, कालेजों तथा स्कूलों को यह लीडरशिप अवार्ड दिया जाता है। पूर्णतावादी शिक्षा के माध्यम  से सामाजिक परिवर्तन लाने वाला के. आई. एस. एस. एक अनोखा कदम है। पिछले 27  सालों से आदिवासियों को आवास, भोजन, स्वास्थ  सुविधाएँ  तथा शिक्षा देने वाला यह सबसे बड़ा संस्थान है। विख्यात शिक्षाविद तथा सामाजिक कार्यकर्त्ता  प्रो. अच्युता सामंता द्वारा  संस्थापित!  के. आई. एस. एस.50000 आदिवासी विद्यार्थियों का आवास है जिसमे 27500 विद्यार्थी वर्तमान के 15000 भूतपूर्व छात्र तथा 10000 से भी अधिक ऐसे छात्र सम्मिलित है जो विभिन्न उपग्रह केंद्रों में कार्यरत है। यह संस्थान बाल विहार से लेकर स्नातकोत्तर तक पूर्ण रूप से मुप्त आवास तथा शिक्षा प्रदान करता है। भारत तथा पुरे संसार में इसकी पहचान एक ऐसे संस्थान के रूप में है जो पूर्ण रूप से आदिवासी विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है। संसार में इसका कोई प्रतिरूप देखने को नहीं मिलता है।

संतुष्टि  व्यक्त करते हुए डॉ. सामंता ने कहा कि यह एक दुर्लभ उपलब्धि  है। उन्होंने यह अवार्ड के. आई. एस.एस. के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को समर्पित किया|

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