मोदी की बांग्ला-यात्रा कैसी रही ? – डॉ. वेदप्रताप वैदिक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शेख हसीना ने ढाका बुलाकर बहुत ठीक किया। बांग्लादेश की आजादी का यह पचासवाँ और शेख मुजीब के जन्म का यह 100 वाँ साल है। इन दोनों शुभ जन्म-अवसरों पर बांग्लादेश में भारत को याद…
अमेरिका में बंदूकबाजी कैसे रुके ? – डॉ. वेदप्रताप वैदिक
अमेरिका यों तो अपने आप को दुनिया का सबसे अधिक सभ्य और प्रगतिशील राष्ट्र कहता है लेकिन यदि आप उसके पिछले 300-400 साल के इतिहास पर नजर डालें तो आपको समझ में आ जाएगा कि वहां इतनी अधिक हिंसा…
*’भारतीय लोकतंत्र: पक्ष, विपक्ष और निष्पक्ष’ विषय पर डॉ. वैदिक का व्याख्यान*
*’भारतीय लोकतंत्र: पक्ष, विपक्ष और निष्पक्ष’ विषय पर डॉ. वैदिक का व्याख्यान* *आचार्य कृपलानी स्मृति व्याख्यान- 2020-21* *नई दिल्ली।* जाने माने वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि 140 करोड़ की आबादी वाला हिंदुस्तान का…
पुदुचेरी में भाई-भाई पार्टी ? – डॉ. वेदप्रताप वैदिक
पुदुचेरी में नारायणस्वामी की कांग्रेस सरकार को तो गिरना ही था। सो वह गिर गई लेकिन किरन बेदी को उप-राज्यपाल के पद से अचानक हटा देना सबको आश्चर्यचकित कर गया। उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं था। उन्होंने…
कमाई उतनी करो जिसमें शुभ लाभ हो – गुरुजी भू
*बेईमानी का पैसा पेट की एक-एक आंत फाड़कर निकलता है।* *एक सच्ची कहानी* रमेश चंद्र शर्मा जो पंजाब के ‘खन्ना’ नामक शहर में एक मेडिकल स्टोर चलाते थे,उन्होंने अपने जीवन का एक पृष्ठ खोल कर सुनाया जो पाठकों की आँखें…
गाय मानव जीवन का आधार है – गुरुजी भू
गाय मानव जीवन का आधार श्री गुरुजी भू गाय मानव जीवन का आधार: *ईश्वर का वरदान है गाय, अर्थात प्रकृति की अद्भुत कृति है कामधेनु:* *कामधेनु उत्पत्ति:* आदिकाल में एक बार समुद्र मंथन किया गया था। वैसे तो पृथ्वी को…
इतिहास को किसने बदला ?
*जामा मस्जिद पहले माँ भद्र काली और यमुनोत्री देवी का हिन्दू मंदिर था* ! *लालकिला शाहजहाँ के जन्म से सैकड़ों साल पहले “महाराज अनंगपाल तोमर द्वितीय” द्वारा दिल्ली को बसाने के क्रम में ही बनाया गया था* *जो कि महाभारत…
ये आन्दोलन नही, प्रयोग है ? इन तथाकथित किसानों को भी एक दिन पश्चाताप करना होगा – गुरुजी भू
तरंग: नई दिल्ली: गुरुजी भू मैं बहुत पहले से कह रहा हूं कि इस देश में तरह तरह के आंदोलनों के द्वारा प्रयोग किए जा रहे हैं। प्रयोग इतने सटीक तरीके से किए जा रहे हैं कि जनमानस, भोला-भाला जनमानस…
मकर संक्रांति पर बौद्धिक स्नान – पार्थसारथि थपलियाल
मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार, 14 जनवरी को देशभर में विभिन्न तीर्थों, पुण्य क्षेत्रों, पवित्र नदियों और सरोवरों में लोगों ने पुण्यस्नान किया, उत्तरायण के सूर्य को अर्घ्यदान कर प्रणाम किया, दान- दक्षिणा भी दी गई। भारतीय जीवन…
अब धार्मिक ग्रंथों के आधार पर विचार होगा, विवाद नहीं, मकर के सूर्य ! – हिमांशु रे रावल
*मकर के सूर्य! सुनो* सनातन धर्म का आधार चार वेद और उसके छ दर्शन (योग, वैशैषिक, ज्योतिष, सांख्य, पूर्व और उत्तर मीमांसा) रहे हैं। इसके अंतर्गत मुख्य तीन पंथ हैं: जैन, बौद्ध और सिख। इन तीनों के मूल में सृष्टि…