Advertisement
Home साहित्य आलोचना

आलोचना

व्यंग किन्तु सत्यपरक भाग – 2

व्यंग किन्तु सत्यपरक भाग - 2 मैने कुछ लोगों से चुनाव से सम्बन्धित जानकारी लेने का प्रयास किया था। मैने पूछा कि चुनाव आ गया है,...

हमारी शिक्षा व्यवस्था किसके हाथो बिगडी

पाकिस्तान जो मर्जी पढाये, पर हम क्या कम हैं? --------------------- पाकिस्तान में क्या और क्यों पढाया जा रहा है इस विषय में मेरी अभिरुचि नहीं है।...

आदर्श चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं केजरीवाल-रविन्द्र गुप्ता

भाजपा ने निर्वाचन अधिकारी और पुलिस आयुक्त से की केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग दिल्ली के मतदाता केजरीवाल के भ्रामक प्रचार से गुमराह होने...

वर्ष का विचार विज्ञान

“वर्ष" शब्द में एक भ्रम व एक तथ्य अन्तर्निहित है। तथ्य — ऋतुएँ एक निश्चित क्रम से आती हैं जिससे वर्ष नामक एक चक्र बनता...

खलीफत आंदोलन की परिणती थी देश विभाजन भाग 4 – शंकर शरण

  खलीफत-समर्थन से शुरू हुई अवसरवादी राजनीति की ही परिणति 1947 ई. का देश-विभाजन था। इस की सैद्धांतिक स्वीकृति गाँधीजी ने कम से कम दस-ग्यारह...

षडयंत्री इतिहास बच्चों को पढाना बन्द करों – गुरुजी भू

देश की उदारवादी नीतियों ने विश्वगुरु भारत के इतिहास को दुष्ट इतिहासकारों के हाथ में सौंप कर बहुत बड़ी गलती की थी। आज भी...

ओवेसी – गांधी – गोडसे – विचार तो करना हो

*अत्यंत चिंतनीय एवं विचारणीय लेख* *ओवेसी - गांधी - गोडसे* ------------------------------ योगेंद्र यादव ने कहा, "असाउद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी AIMIM राष्ट्रीय स्तर पर मुस्लिम महत्वाकांक्षाओं की...

Latest article