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गैंग ऑफ मानिकपुर: सिने कलाकार राजकुमार खुराना को मिली बेब सीरीज

दिल्ली के टेबल टेनिस खिलाड़ी से सिने कलाकार बने श्री राजकुमार खुराना को एक और नई वेब सीरीज मिली है। सीरीज का नाम है...

विधवा स्त्री की करुण व्यथा और प्रेम कथा को बयां करेगी फ़िल्म ‘ध्रुव-तारा’

*विधवा स्त्री की करुण व्यथा और प्रेम कथा को बयां करेगी फ़िल्म 'ध्रुव-तारा'* *-अभिनेत्री गहना वशिष्ठ का आगरा में हुआ स्वागत, मीडिया से हुई रूबरू* आगरा। डेढ़...

गायन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ही है मूल मंत्र -शिल्पा 

सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सिंगर बनीं शिल्पा सरोच, म्यूजिक इंडस्ट्री में अपने फ़िल्मी गीतों के साथ संगीत दिग्गजों के बीच अपनीअलग पहचान बना चुकी है और अपने अगले ट्रैक की रिलीज़ के लिए तैयार है, जो कि आपको आने वाली फिल्म 'पहाड़गंज' केटाइटल ट्रैक के रूप में सुनने  को मिलेगा । अपने नए प्रोजेक्ट के बारे में आगे बताते हुए शिल्पा ने कहा, "मैंने 'पहाड़गंज' के टाइटल ट्रैक में रैप किया है” जोकि मेरे लिए काफीचुनौतीपूर्ण था। लेकिन फिल्म के संगीतकार अजय सिंहा ने मेरी इसमे काफ़ी मदद की और मेरा मार्गदर्शन किया। ” "इसके अलावा, मैं इस प्रोजेक्ट को लेकर इसलिये भी बेहद उत्साहित हूँ।क्योंकि इस फिल्म में मोहित चौहान ने भी एक रोमांटिकगाना गाया है, साथ ही हम दोनों ही हिमाचल प्रदेश से हैं! शिल्पा सरोच को 'ऐ अजनबी' के लिए इंडियन विकिमीडिया के सर्वश्रेष्ठगायक के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बेशक इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने की शौकीन, शिल्पा के पास अभी तक सफलता के लिए कोई मंत्र नहीं है। लेकिन वे कहती है“मेरा जुनून और संगीत के लिए प्यार ही मेरे सभी निर्णय लेता है - जिसमें एक प्लैनिन्ग का होना जरूरी होता है, जो कभी-कभी कामकरता है और कभी-कभी नहीं भी करता है। लेकिन मेरे लगातार कोशिश करते रहने के कारण मै हमेशा खुश और  संतुष्ट होकर घरजाती हूँ। “मैं एक इंजीनियर हूँ और अपनी शिक्षा के आधार पर, मैं बहुत एक्स्पेरमेन्ट करती हूँ। शायद मेरे गैर-फिल्मी बैक्ग्राउन्ड के कारण मैंऔपचारिक रूप से प्रशिक्षित नहीं हूँ। मुझे ऐसा लगता है कि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है और इसलिए, मैं वही करने कीकोशिश करतीहूँ।जो मेरे दिल को पसंद है।” यदि वेब सिरीज या फिल्मों के लिए गाने के बीच उन्हे विकल्प दिया जाता है, तो शिल्पा कहती हैं कि वह केवल अपना बेस्ट देने परध्यान देती है चाहे वह बॉलीवुड हो या वेब सिरीज। उनका गीत कहानी को पूरा करने के साथ उसे असरदार बनाने पर जोर देता है। अंत में शिल्पा ने कहा - मैं इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकती कि प्रसारण के  ऐसे विभिन्न माध्यम हैं जिससे सब कुछ बदलजाता है। भले ही दोनो में दर्शक लगभग समान होता है लेकिन फिल्मों के लिए गीत गाना हमेशा जीवन के अनुभवो से भी बडा होताहै। अन्तिम में शिल्पा सोरच ने कहा कि, वेब सिरीज एक गायक को गायन का मौका देती है, और इसके अधिक समय तक परदे परचलने के कारण इसकी मदद से दर्शकों से जुड़ने में भी आसानी होती है।

‘राम अबराम’ का फर्स्ट पोस्टर हुआ रिलीज, हिंदू Vs मुस्लिम एंगल पर आधारित होगी...

'राम अबराम' का पोस्टर रिलीज हो गया है। फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर रामनवमी के पावन पर्व पर लांच किया गया है।...

ऐशवर्या राय बच्चन फिल्म “पीएस-1” से करेंगी फ़िल्मी स्क्रीन पर वापसी, सितंबर में होगी...

ऐशवर्या राय बच्चन साउथ के बड़े डायरेक्टर मणिरत्नम के निर्देशन में बनी अपकमिंग फिल्म 'पीएस-1' से परदे पर वापसी करने जा रही...

एक्टर सतीश कौशिक इस दुनिया को अलविदा कह गए

मुम्बई। एक्टर सतीश कौशिक इस दुनिया को अलविदा कह गए। बुधवार की रात उनका निधन हो गया है। कौशिक...

सेंसर बोर्ड से पास हुई अजय देवगन की ‘दृश्यम 2’

सेंसर बोर्ड से पास हुई अजय देवगन की 'दृश्यम 2' साल 2015 में आई अजय देवगन की थ्रिलर फिल्म 'दृश्यम' की सीक्वल...

न्यूयॉर्क बनेगा असमिया सिनेमा के पुनरुज्जीवन का गवाह  : शाहनाब आलम

न्यूयॉर्क बनेगा असमिया सिनेमा के  पुनरुज्जीवन का गवाह  :शाहनाब आलम  नए युग के प्रतिभाशाली फिल्मनिर्माताओं द्वारा अपने अनूठेऔर वास्तविक कंटेंट को सामनेलाने के साथ,  असमिया सिनेमापु के दौर से गुजर रहा है जिसने70 और 80 केदशक के दौरान अपना उमंगभरा समय देखा था , विशेषकरतब जब लगभग छः वर्षो तकअधिकांश राष्ट्रीय पुरस्कारजाहनू बरुआ और भाबेंद्र नाथसैकिया के बीच ही बांटे गए थे।   अपनी आखिरी फिल्म के बादसे लगभग पांच साल केअंतराल के बाद जब जाहनूबरुआ ने एक और फिल्म बनानेके लिए तैयार हुए तब उन्होंनेअसमिया सिनेमा के इसपुनरुत्थान में शक्ति को जोड़नेके लिए मुंबई से प्रियंका चोपड़ाऔर शाहनाब आलम जैसेप्रमुख फिल्म निर्माताओं कोएक साथ जोड़ा जिन्होंने 'भोगाखिरिके' के निर्माण में अपनीकंपनियों पर्पल पेबल पिक्चर्स(प्रियंका चोपड़ा) और ईस्टरलीएंटरटेनमेंट ( शाहनाब आलम)सहित ख़ासा योगदान दिया| उम्मीद के अनुसार, फिल्म पहलेही उचित ध्यान बंटोरकरआधिकारिक तौर पर 19 वेंन्यूयॉर्क इंडियन फिल्मफेस्टिवल (एनवाईआईएफएफ)के लिए चुनी जा चुकी है|  साथही असम के कुछ कुशलआधुनिक फिल्म निर्माताओंद्वारा बनाई गई दो अन्य फीचरफिल्मों और एक डॉक्यूमेंट्री ।इतना ही नहीं बल्कि दो औरअंतर्राष्ट्रीय फेस्टिवल्स के लिएपहले ही  'भोगा खिरिके' को लेकर रोचनात्मक बातें सामनेआ चुकी है ,जिनके लेकर जल्दही  घोषणाएं की जायेंगी| ग़ौरतलब है कि जाहनू बरुआद्वारा निर्मित फिल्मों को बारह राष्ट्रीय पुरस्कार दिये जा चुके है,और उनके सिनेमा को कईप्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीयविश्वविद्यालयों में अध्ययनसामग्री के तौर पर दिया जाताहै, इतना ही नहीं इन्हीविश्वविद्यालयों में से एमआईटी,हार्वर्ड, यूसीएलए संयुक्त राज्यअमेरिका और स्विटज़रलैंड के फ़ोरबर्ग विश्वविद्यालय में उन्हेंछात्रों के साथ बातचीत करने केलिए आमंत्रित किया जा चुकाहै। भारत में सिनेमा के 100वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मेंभारत के फिल्म अभिलेखागारद्वारा संकलित दस सबसे महत्वपूर्ण फिल्मो की सूची मेंजाहनू बरुआ की प्रसिद्ध फिल्म' हालोधिया चौरे बुधनी खाय'भी शामिल है ऐसा पहली बार हुआ है किसी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में आसामी फिल्म निर्माता द्वारा बनाई गई चार फिल्मों को एक साथ प्रदर्शित जा रहा है जिसके तहतएनवाईआईएफएफ 2019 केलाइनअप में जाहनू बरुआ द्वारा'भोगा खिरिके', भास्करहजारिका द्वारा रीमा दास द्वारा'बुलबुल कैन सिंग', 'आमिस'और मुंबई से जुड़े एकअसमिया डॉक्यूमेंट्री फिल्मनिर्माता रूपा बरुआ कीडॉक्यूमेंट्री 'डॉटर्स ऑफ द पोलोगॉड' को शामिल किया गया हैं। “निःसंदेह यह इस बात कासंकेत है कि वर्तमान समय मेंअसमिया सिनेमा मास्टर ऑटर(जाहनू बरुआ) और सभी युवाप्रतिभाओं के साथ मिलकरआसमीय सिनेमा के पुनरुत्थानको सशक्त बना रहा है।

फोन भूत’ ने ‘रामसेतु’ को पछाड़ा, बड़े शहरों में कटरीना को मिला ‘थंब्स अप’

फोन भूत’ ने ‘रामसेतु’ को पछाड़कर कटरीना कैफ को रेस में आगे कर दिया है। बॉक्स ऑफिस पर एक साथ तीन फिल्में...

इस बार ऐतिहासिक होगा – वैश्विक प्रकृति फिल्म महोत्सव – गुरुजी भू

तरंग न्यूज की टीम ने  वैश्विक प्रकृति चलचित्र महोत्सव के आयोजकों से बात के कुछ अंश। तरंग न्यूज की टीम ने  इस चलचित्र महोत्सव के...

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पुरुष नसबंदी के लिए जागरूकता का संदेश देगा सारथी वाहन

- स्थाई और अस्थाई साधनों के प्रयोग के बारे में सारथी वाहन के जरिये किया जाएगा प्रचार-प्रसार - इस वर्ष की थीम "आज ही शुरूआत...