तरंग न्यूज: नई दिल्ली:
विश्व मित्र परिवार ने विशेष सभा में धन्यवाद् प्रस्ताव पारित किया, क्योकि इस बार गोपाष्टमी को वैश्विक प्रकृति फिल्म महोत्सव अर्थात ग्लोबल नेचर फिल्म फेस्टिवल का भी शुभारंभ किया जा रहा है। विश्व मित्र परिवार द्वारा आयोजित पांचवा वैश्विक प्रकृति फिल्म महोत्सव इस बार अधिकतम वर्चुअल, लाईव भी किया जायेगा। इस गोपाष्टमी के दिन ही शुभारंभ होने जा रहा है।
यह फिल्म महोत्सव इस बार पूरा एक महीना चलेगा गोपाष्टमी को प्रारंभ होकर दिसंबर में अटल जी के जन्मदिन पर इसका समापन होगा। इस कार्यक्रम में भिन्न-भिन्न संगोष्ठी या वर्कशॉप फिल्म से संबंधित संगोष्ठीया की जाएंगी। इस विशेष आयोजन में फिल्मों से संबंधित बहुत सारी परिचर्चा भी होंगी। फिल्म उद्योग में किस तरीके से नए रोजगार का सर्जन हो। उसमें नए कलाकारों को किस तरह से सम्मान मिले। नई नई विधाओं पर किस तरीके से फिल्म बने। अनछुए पहलुओं पर डॉक्यूमेंट्री बने। वृत्त चित्र बने। फिल्म बने। यह सब विषय इस 1 महीने के आयोजन में प्रतिदिन विभिन्न विषयों पर परिचर्चा में उठाए जाएंगे। आयोजकों ने बताया कि विभिन्न तरह के विशेष आयोजन में हम लोग बहुत अच्छे से कार्यक्रम करने की योजना बना रहे हैं जिसमें बीच में फिल्में भी दिखाई जाएंगी। फिल्म महोत्सव का अर्थ केवल फिल्में दिखाना ही नहीं, फिल्मों से संबंधित सभी विषयों पर चर्चा, परिचर्चा, गोष्ठी, वर्कशॉप करके उसको पूरा किया जाएगा और यही इस महोत्सव की सबसे बड़ी विशेषता होगी।
भारत देश में देशी गोवंश के उत्थान हेतु एवं गोवंश आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, ग्रामीण क्षेत्र में गौ आधारित अर्थव्यवस्था को पुन: स्थापित करने हेतु यह फिल्म महोत्सव बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस विषय पर देश भर के गौ भक्त बहुत प्रसन्न हैं। आशा कर रहे हैं कि पूरे भारतवर्ष में इस तरह की योजनाएं लागू हो। देश के गोवंश को बचाकर उसका समर्थन करके उसका समुचित विकास करके, वैज्ञानिक आधार पर विकसित करके पंचगव्य, गोबर, गोमूत्र, दूध, दही, मक्खन आदि से होने वाले लाभ मानव तक पहुंचे। उनसे बनने वाली औषधियां मानव को निरोगी बनाएंगी। ऐसी संकल्पना के साथ सभी देशवासियों को गोपाष्टमी पर वैश्विक प्रकृति फिल्म महोत्सव की शुभकामनाएं।
श्री guruji bhu ने कहा कि इस गोपाष्टमी (कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी) के दिन 22 नवंबर को दोपहर 11 बजे गौ में होने जा रही है।
वैश्विक प्रकृति फिल्म महोत्सव, 22 November – 24 December 2020,
http://Gnff.in
समस्त विश्व में अपनी तरह का एक मात्र फिल्मोत्सव
जिसमें
फिल्म , संगोष्ठी , फिल्म निर्माण व निर्देशन कार्यशाला , परिचर्चा , कवि महासभा , ज्ञान-विज्ञान , मनोरंजन , लोक कला , गीत-संगीत , नृत्य एवं गायन , पर्या-फैशन शॉ , आपसी मिलन समारोह, सम्मान समारोह होने जा रही है।
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आज ही जुड़े , आप अपनी फिल्म इस महोत्सव में दिखाने हेतु अथवा किसी भी विषय में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन हेतु अपना पंजीकरण तुरन्त करें।
फिल्म बनाओ , संस्कृति बचाओ , कैरियर बनाओ , भारत को विश्वगुरु बनाओ, आप किसी भी तरह की फिल्म दिखा सकते है , जो समाज को अच्छा संदेश दे सकती है।
- प्रकृति पर्यावरण पर बनी फिल्म
- नदियो पर बनी फिल्म
- पहाडी क्षेत्रों की फिल्म
- आदिवासी क्षेत्रों की कला
- संस्कृति
- जीवनशैली
- गौ विज्ञान पर बनी फिल्म
- वृत्तचित्र
- फीचर फिल्म
- अध्यात्मिक ज्ञान
- विज्ञान व अत्याधुनिक तकनीक
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- कृषि व बागबानी
- भारतीय संस्कृति पर बनी फिल्म
- खेल प्रतिभा पर बनी फिल्म
- संगीत चिकित्सा
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- जंगल
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- वन सम्पदा पर बनी सकारात्मक सन्देशात्मक फिल्म
- महापुरुषो के जीवन चरित्र पर बनी फिल्म
- सांस्कृतिक धरोहर
- एतिहासिक गौरव
- किसी भी भारतीय भाषा में बनी फिल्म
- बच्चो की फिल्म ,बडो की फिल्म
- लघु फिल्म
- मोबाईल फिल्म
- विद्यार्थी द्वारा बनाई फिल्म
- महिलाओ द्वारा बनाई फिल्म
- विश्व की किसी भी भाषा की देशी फिल्म – विदेशी फिल्म आदि.