Advertisement
Home कला / संस्कृति

कला / संस्कृति

अगर बड़े पैमाने पर होती रिलीज़ तो निश्चित ही करती कलंक से बहतर बिज़नेस  :  ‘द ताशकेंत फाइल्स’ म्यूजिक कंपोजर

कलंक और एवेंजर्स एंडगेम जैसी मल्टी-स्टारर बड़े बजट प्रोजेक्ट्स के साथ 'द ताशकेंत फाइल्स ’की रिलीज़ को फिल्म ट्रेड विश्लेषकों द्वारा पहले एक बुरा निर्णय माना गया था, लेकिन फिल्म कीसफलता ने सभी विरुद्ध विश्लेषणों को ही गलत साबित कर दिया। फिल्म कलंक की तुलना में केवल छह प्रतिशत अर्थात 250 स्क्रीन होने के बावजूद द ताशकेंत फाइल्स ने पहले चार हफ्तों में ही लगभग 14.35 करोड़ रुपये की कमाई कर ली। फिल्म के बैकग्राउंडस्कोर संगीतकारो सत्या-मानिक-अफसर की तिकड़ी का मानना है कि अगर द ताशकेंत फाइल्स को एक बड़े पैमाने पर रिलीज़ किया गया होता तो निश्चित ही यह फिल्म कलंक से कहीं बेहतर मुकामहासिल करती | मानिक बत्रा का कहना है कि, "हर वीकेंड पर सिनेमाघरों में हमारी फ़िल्म को देखने के लिए आने वाले लोगों की बढ़ती संख्या इसकी सफलता का प्रमाण है| दर्शकों को जिस मजबूत और वास्तविककंटेंट की तलाश थी उन्हें वह सब हमारी फिल्म में देखने को मिला और यही कारण है कि कम स्क्रीन के बावजूद 'द ताशकेंत फाइल्स' ने बहुत अच्छा काम किया। '' क्या बॉक्स ऑफिस कलेक्शन असल सफलता से ज्यादा महत्वपूर्ण है? इस बात पर टिप्पणी करते हुए मानिक (जिन्होंने अपनी टीम के साथ आज तक लगभग 30 टेली-सीरीज़ के लिए बैकग्राउंडस्कोर दिया है) ने कहा, “एक अच्छी कहानी और शानदार प्रदर्शन वाली फिल्म दर्शकों के साथ-साथ निश्चित रूप से आलोचकों द्वारा भी सराही जाती है ।, लेकिन हम इस बात को नज़रअंदाज़ नहीं करसकते कि बॉक्स ऑफ़िस भी फिल्म की आलोचनात्मक वाहवाही के जितना ही महत्वपूर्ण है और हमसे भी ज्यादा यह फिल्म के निर्माताओं और फाइनेंसरों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे जितनाज्यादा कमाएंगे, फिल्म जगत में शामिल सभी लोगो को उतना ही ज्यादा काम मिलेगा| सत्या-मानिक- अफसर की प्रसिद्ध तिकड़ी फिल्म 'खामोशी' में एक नए गीत और फिल्म 'कोलायथिर कलाम' के तमिल वर्जन के साथ जल्द ही दर्शको के सामने आने वाली है। फिल्म का निर्देशनचकेरी टोलेटी द्वारा किया गया है और दोनों फिल्मों में अलग-अलग स्टार कास्ट की गयी है| फिल्म 31 मई को रिलीज होगी।

वैदिक घडी

वैदिक_घड़ी ⏱️ आइए आपको वैदिक घड़ी के माध्यम से हिंदुत्व की जड़ों से जोड़ते हैं। ◆ 12:00 बजने के स्थान पर आदित्या: लिखा हुआ है, जिसका...

पश्चिमी शास्त्रीय संगीत समारोह का आयोजन सी.एम.एस. में 20 अप्रैल को

  ऑस्ट्रिया, डोमिनिकन गणराज्य एवं भारतीय वादकों व गायकों की होगी सामूहिक प्रस्तुति विधानसभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित समारोह के मुख्य अतिथि होंगे सिटी मोन्टेसरी स्कूल...

विश्व की सबसे लंबी दीवार चीन के बाद कुम्भलगढ़, भारत में है – गुरुजी...

कुम्भलगढ, राजस्थान, भारत। चीन की दीवार के बाद दुनिया की सबसे लंबी दीवार भारत में है। किंतु कपटी वामपंथी तथाकथित इतिहासकारों का ध्यान इधर जाता ही...

बिग बॉस में नॉमिनेटेड लड़कों को मिलेगा खुदको बचाने का एक और मौका

तरंग संवाददाता: बिग बॉस 13 को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं. हर बार की तरह इस बार भी शो को सलमान खान होस्ट कर...

क्विज प्रतियोगिता में दिखा प्रतिभा का जलवा

- टॉपर्स बेंच नामक प्रतियोगिता में छठी से बारहवीं क्लास तक के बच्चों ने लिया हिस्सा, जीते कई पुरस्कार पश्चिमी दिल्ली। बापरौला के प्रधान एनक्लेव...

आश्चर्य किन्तु सत्य – अन्तर्राष्ट्रीय षड़यंत्र और भारत। श्री गुरुजी भू

अन्तर्राष्ट्रीय षड़यंत्र और भोले  भारत के महानुभव! आज मैं बहुत ही बड़े शोध का गम्भीर विषय पाठको के मध्य रखना चाहता हूं। जरा सोचिए कि विश्व...

न्यूयॉर्क बनेगा असमिया सिनेमा के पुनरुज्जीवन का गवाह  : शाहनाब आलम

न्यूयॉर्क बनेगा असमिया सिनेमा के  पुनरुज्जीवन का गवाह  :शाहनाब आलम  नए युग के प्रतिभाशाली फिल्मनिर्माताओं द्वारा अपने अनूठेऔर वास्तविक कंटेंट को सामनेलाने के साथ,  असमिया सिनेमापु के दौर से गुजर रहा है जिसने70 और 80 केदशक के दौरान अपना उमंगभरा समय देखा था , विशेषकरतब जब लगभग छः वर्षो तकअधिकांश राष्ट्रीय पुरस्कारजाहनू बरुआ और भाबेंद्र नाथसैकिया के बीच ही बांटे गए थे।   अपनी आखिरी फिल्म के बादसे लगभग पांच साल केअंतराल के बाद जब जाहनूबरुआ ने एक और फिल्म बनानेके लिए तैयार हुए तब उन्होंनेअसमिया सिनेमा के इसपुनरुत्थान में शक्ति को जोड़नेके लिए मुंबई से प्रियंका चोपड़ाऔर शाहनाब आलम जैसेप्रमुख फिल्म निर्माताओं कोएक साथ जोड़ा जिन्होंने 'भोगाखिरिके' के निर्माण में अपनीकंपनियों पर्पल पेबल पिक्चर्स(प्रियंका चोपड़ा) और ईस्टरलीएंटरटेनमेंट ( शाहनाब आलम)सहित ख़ासा योगदान दिया| उम्मीद के अनुसार, फिल्म पहलेही उचित ध्यान बंटोरकरआधिकारिक तौर पर 19 वेंन्यूयॉर्क इंडियन फिल्मफेस्टिवल (एनवाईआईएफएफ)के लिए चुनी जा चुकी है|  साथही असम के कुछ कुशलआधुनिक फिल्म निर्माताओंद्वारा बनाई गई दो अन्य फीचरफिल्मों और एक डॉक्यूमेंट्री ।इतना ही नहीं बल्कि दो औरअंतर्राष्ट्रीय फेस्टिवल्स के लिएपहले ही  'भोगा खिरिके' को लेकर रोचनात्मक बातें सामनेआ चुकी है ,जिनके लेकर जल्दही  घोषणाएं की जायेंगी| ग़ौरतलब है कि जाहनू बरुआद्वारा निर्मित फिल्मों को बारह राष्ट्रीय पुरस्कार दिये जा चुके है,और उनके सिनेमा को कईप्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीयविश्वविद्यालयों में अध्ययनसामग्री के तौर पर दिया जाताहै, इतना ही नहीं इन्हीविश्वविद्यालयों में से एमआईटी,हार्वर्ड, यूसीएलए संयुक्त राज्यअमेरिका और स्विटज़रलैंड के फ़ोरबर्ग विश्वविद्यालय में उन्हेंछात्रों के साथ बातचीत करने केलिए आमंत्रित किया जा चुकाहै। भारत में सिनेमा के 100वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मेंभारत के फिल्म अभिलेखागारद्वारा संकलित दस सबसे महत्वपूर्ण फिल्मो की सूची मेंजाहनू बरुआ की प्रसिद्ध फिल्म' हालोधिया चौरे बुधनी खाय'भी शामिल है ऐसा पहली बार हुआ है किसी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में आसामी फिल्म निर्माता द्वारा बनाई गई चार फिल्मों को एक साथ प्रदर्शित जा रहा है जिसके तहतएनवाईआईएफएफ 2019 केलाइनअप में जाहनू बरुआ द्वारा'भोगा खिरिके', भास्करहजारिका द्वारा रीमा दास द्वारा'बुलबुल कैन सिंग', 'आमिस'और मुंबई से जुड़े एकअसमिया डॉक्यूमेंट्री फिल्मनिर्माता रूपा बरुआ कीडॉक्यूमेंट्री 'डॉटर्स ऑफ द पोलोगॉड' को शामिल किया गया हैं। “निःसंदेह यह इस बात कासंकेत है कि वर्तमान समय मेंअसमिया सिनेमा मास्टर ऑटर(जाहनू बरुआ) और सभी युवाप्रतिभाओं के साथ मिलकरआसमीय सिनेमा के पुनरुत्थानको सशक्त बना रहा है।

पितृ-पक्ष : जानिए सम्पूर्ण जानकारी

*पितृ-पक्ष : जानिए सम्पूर्ण जानकारी-* *श्राद्ध-कर्म, 2019-* ✓इस सृष्टि में हर चीज का अथवा प्राणी का जोड़ा है, जैसे: रात और दिन, अँधेरा और उजाला, सफ़ेद...

भादौ की छठ : दूध और अन्न के व्यंजन की स्मृति दूधारणी

  दाऊ भैया : बलदेव : संकर्षण * कृषि और उत्पादों के संस्करण के जनक जिनको खेती से जुड़े समाज ने प्रथमत: महत्व दिया। विष्णु धर्मोत्तर पुराण...

Latest article

पुरुष नसबंदी के लिए जागरूकता का संदेश देगा सारथी वाहन

- स्थाई और अस्थाई साधनों के प्रयोग के बारे में सारथी वाहन के जरिये किया जाएगा प्रचार-प्रसार - इस वर्ष की थीम "आज ही शुरूआत...