नरेंद्र मोदी ने बदला नाम, अब हुए ‘चौकीदार नरेंद्र मोदी’, योगी, अमित शाह ने भी किया अपना नया नामकरण, सभी देशभक्त बनेंगे चौकीदार।
नरेंद्र मोदी ने बदला नाम, अब हुए ‘चौकीदार नरेंद्र मोदी’, अमित शाह, योगी ने भी किया अपना नया नामकरण, सभी देशभक्त बनेंगे चौकीदार।
प्रधानमंत्री के “मैं चाैकीदार हूं” और राहुल गांधी के “चाैकीदार चाेर है” नारे के बीच चाैकीदार चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मैं चाैकीदार हूं” नारे के बीच चाैकीदार चुनाव में अहम हाेता जा रहा है। माेदी...
जातिवाद भारत का कोढ़ है। अब जातियों का कोई अर्थ नहीं, बदल चुकी है जातियों की परिभाषा – श्री गुरूजी भू
आज जातिवाद भारत का कोढ़ है। अब जातियों का कोई अर्थ नहीं। बदल चुकी है जाति की परिभाषा - श्री गुरूजी भू
हम भारतीय स्वयं अपनी दुर्गति के लिए उत्तरदायी है।
कभी भारत में सबके पास कच्चा या पक्का घर अवश्य होता था। अब देश में बेघर लोगो की संख्या अत्यधिक बढ़ गयी है। भारत में जातिवाद नहीं उद्योगवाद था जिन्हे उनके काम के नाम से...
मांसाहार व मवेशियों का पाद ग्लोबल वार्मिंग के लिए उत्तरदायी: यूएनईपी
मांसाहार व मवेशियों का पाद ग्लोबल वार्मिंग के लिए उत्तरदायी: यूएनईपी
यूएनईपी के कार्यकारी निदेशक की रिपोर्ट में मांस के उपभोग को वैश्विक ताप/ ग्लोबल वार्मिंग के लिए अनियंत्रित बताया गया है।
बढती समस्या
मांसाहारी लोग बीमारियों की अधिक चपेट
विश्व को शाकाहारी बनना ही होगा।
केन्या, नैरोबी में 11-15 मार्च के बीच संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण सभा से पहले, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम...
बदल चुका है ट्रेन पकड़ने का नियम, 25 मिनट पहले पहुंचना होगा
बदल चुका है ट्रेन पकड़ने का नियम
तरंग संवाददाता: अगर आप भी ट्रेन से कही जा रहे हैं तो जान लीजिए रेलवे ने हाल ही में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुएं ये बड़ा कदम उठाया है।
आइए जानें नए नियम के बारे में
होली पर अगर आप भी ट्रेन से घर जा रहे हैं तो जान लीजिए रेलवे ने...
मुंबई में बड़ा हादसा, मनपा के अधिकारी जगह से हैं गायब।
मुंबई में बड़ा हादसा, मनपा के अधिकारी जगह से हैं गायब।
मुंबई : गणेश नवगरे: तरंग सवांददाता घटना स्थल पर मध्य रेलवे के प्रवक्ता ने बताया है कि पुल का जो भाग गिरा है वो रेलवे स्टेशन से जुड़ता है लेकिन इसका निर्माण बीएमसी ने किया है।
मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त देवेन भारती ने बताया कि फुटओवर ब्रिज हादसे में बीएमसी और रेलवे...
राजस्थानी अकादमी का 28वां कवित्री सम्मेलन एवं 6वां नारी गौरव सम्मान सम्पन्न
राजस्थानी अकादमी का 28वां कवित्री सम्मेलन एवं 6वां नारी गौरव सम्मान सम्पन्न
नई दिल्ली: तरंग संवाददाता: इंडिया हेबिटेट सेन्टर में राजस्थानी अकादमी द्वारा आयोजित 28वां कवित्री सम्मेलन एवं 6वां नारी गौरव सम्मान धूमधाम से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में राजस्थानी अकादमी के चेयरमैन श्री रामनिवास लखोटिया, अध्यक्ष श्री गौरव गुप्ता, सचिव श्री सतीश भार्गव, अकादमी के ऑर्गनाजिंग कमिटी में डॉ दीपाली भरद्वाज, ऋतू गुप्ता, पारुल...
मसूद अजहर समर्थक चीन का आर्थिक बायकॉट करें -बाबा रामदेव
मसूद अजहर समर्थक चीन समझता है केवल व्यवसायिक भाषा, उसका आर्थिक बहिष्कार करें - बाबा रामदेव
चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने संबंधी प्रस्ताव पर बुधवार को तकनीकी रोक लगा दी।
चीन द्वारा १४वी बार मसूद का बचाव किए जाने के बाद बाबा रामदेव ने चीन का आर्थिक बहिष्कार किए जाने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद...
प्राची की फ़िल्म ममंकम का शूट फिर से शुरु
आख़िरकार प्राची तेहलान ने सुपरस्टार ममूटी संग अपनी मुख्य भूमिका वाली फ़िल्म 'ममंकम', की शूटिंग को फिर से शुरू कर दिया है जिसे कुछ समय पहले प्रोडक्शन के कुछ मुद्दों के कारणबीच में रोक दिया गया था।
ममंकम को लेकर उठ रही सभी अफवाहों को किनारे लगाकर, शूटिंग को फिर से शुरू करने पर बात करते हुए प्राची ने कहा, “ तेलुगु फिल्म के दूसरे-आखिरी शेड्यूल के खत्म होने के बादहमने फरवरी में ममंकम की शूटिंग फिर से शुरू की। यह एक फाइट सीक्वेंस था जहां मैंने मास्टर थीआगराजन के साथ काम किया, जिन्हें चेन्नई के सबसे बड़े एक्शन मास्टर्स में से एकमाना जाता है और हुई बातचीत के अनुसार, हम फिल्म को पूरा करने के लिए मई तक लगातार काम करेंगे।
तेहलान निश्चित रूप से इस पुनः शुरुआत से बेहद खुश हैं, उन्होंने लड़ाई के दृश्यों की शूटिंग के अपने अनुभव को बताते हुए कहा - “शोटिंग के दौरान मुझे हवा में कलाबाज़ी करनी पड़ी, जिसके परिणामस्वरूप मैं बुरी तरह घायल हो गई और मेरे शरीर पर चोट के साथ, पैरो से भी खून बहने लगा, लेकिन मैंने अपने स्टंट को स्वयं किया ( बिना बॉडी डबल का प्रयोग किए) जिसकी संतुष्टि अद्भुत थी। इसके अलावा, पैरो से खून बहते समय वहां मौजूद हर कोई मेरे पास आया और कहने लगा कि पहली फिल्म की शूटिंग के दौरान ही आपको इतनी चोट के साथएक्शन करते हुए देखना अलौकिक था "प्राची ने कहा," इसके अलावा, एक स्पोर्ट्स पर्सन होने के नाते मुझे गर्व है कि यह हादसा स्टंट करते समय सेट पर हुआ। एक अभिनेता के पास हमेशाएक बॉडी डबल का उपयोग करने का विकल्प होता है लेकिन मैं इसे स्वयं आजमाना चाहती थी। आखिरकार, हमने इसे कुछ समय के अंतराल में पूर्ण किया और यह अंत में बेहतर साबितहुआ। कुल मिलाकर, ऐसे अनुभवी लोगों के साथ काम करना बहुत अच्छा है और मुझे खुशी है कि ममंकम ने इतने अच्छे नोट पर फिर से शुरुआत की।
प्राची ने यह भी बताया कि इस परियोजना में अब बहुत सारे बदलाव किए गए है और इनमें कई बड़े नामो को शामिल किया गया है।लगभग पूरी टीम-कला-निर्देशक, कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर, कैमरापर्सन एवं अन्य को बदल दिया गया है, जो की प्रोडक्शन की डिमांड थी ।
अंततः,इन सभी समस्याओं और हंगामों के बाद, सब कुछ दुबारा ट्रैक पर है, और हम प्राची को उनकी पहली मलयालम फिल्म में देखने के लिए बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है
गायन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ही है मूल मंत्र -शिल्पा
सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सिंगर बनीं शिल्पा सरोच, म्यूजिक इंडस्ट्री में अपने फ़िल्मी गीतों के साथ संगीत दिग्गजों के बीच अपनीअलग पहचान बना चुकी है और अपने अगले ट्रैक की रिलीज़ के लिए तैयार है, जो कि आपको आने वाली फिल्म 'पहाड़गंज' केटाइटल ट्रैक के रूप में सुनने को मिलेगा ।
अपने नए प्रोजेक्ट के बारे में आगे बताते हुए शिल्पा ने कहा, "मैंने 'पहाड़गंज' के टाइटल ट्रैक में रैप किया है” जोकि मेरे लिए काफीचुनौतीपूर्ण था। लेकिन फिल्म के संगीतकार अजय सिंहा ने मेरी इसमे काफ़ी मदद की और मेरा मार्गदर्शन किया। ”
"इसके अलावा, मैं इस प्रोजेक्ट को लेकर इसलिये भी बेहद उत्साहित हूँ।क्योंकि इस फिल्म में मोहित चौहान ने भी एक रोमांटिकगाना गाया है, साथ ही हम दोनों ही हिमाचल प्रदेश से हैं! शिल्पा सरोच को 'ऐ अजनबी' के लिए इंडियन विकिमीडिया के सर्वश्रेष्ठगायक के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
बेशक इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने की शौकीन, शिल्पा के पास अभी तक सफलता के लिए कोई मंत्र नहीं है। लेकिन वे कहती है“मेरा जुनून और संगीत के लिए प्यार ही मेरे सभी निर्णय लेता है - जिसमें एक प्लैनिन्ग का होना जरूरी होता है, जो कभी-कभी कामकरता है और कभी-कभी नहीं भी करता है। लेकिन मेरे लगातार कोशिश करते रहने के कारण मै हमेशा खुश और संतुष्ट होकर घरजाती हूँ।
“मैं एक इंजीनियर हूँ और अपनी शिक्षा के आधार पर, मैं बहुत एक्स्पेरमेन्ट करती हूँ। शायद मेरे गैर-फिल्मी बैक्ग्राउन्ड के कारण मैंऔपचारिक रूप से प्रशिक्षित नहीं हूँ। मुझे ऐसा लगता है कि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है और इसलिए, मैं वही करने कीकोशिश करतीहूँ।जो मेरे दिल को पसंद है।”
यदि वेब सिरीज या फिल्मों के लिए गाने के बीच उन्हे विकल्प दिया जाता है, तो शिल्पा कहती हैं कि वह केवल अपना बेस्ट देने परध्यान देती है चाहे वह बॉलीवुड हो या वेब सिरीज। उनका गीत कहानी को पूरा करने के साथ उसे असरदार बनाने पर जोर देता है।
अंत में शिल्पा ने कहा - मैं इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकती कि प्रसारण के ऐसे विभिन्न माध्यम हैं जिससे सब कुछ बदलजाता है। भले ही दोनो में दर्शक लगभग समान होता है लेकिन फिल्मों के लिए गीत गाना हमेशा जीवन के अनुभवो से भी बडा होताहै। अन्तिम में शिल्पा सोरच ने कहा कि, वेब सिरीज एक गायक को गायन का मौका देती है, और इसके अधिक समय तक परदे परचलने के कारण इसकी मदद से दर्शकों से जुड़ने में भी आसानी होती है।